केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी है! 8वां वेतन आयोग (8th Pay Commission) जल्द ही लागू होने वाला है, जो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को 57,200 रुपये तक बढ़ा सकता है। यह नया वेतन आयोग 1 जनवरी 2026 से लागू होगा और इससे करीब 1.17 करोड़ कर्मचारियों और पेंशनर्स को फायदा होगा। वेतन, भत्ते और पेंशन में बढ़ोतरी की उम्मीद से कर्मचारी बहुत उत्साहित हैं। आइए, इस नए वेतन आयोग की पूरी जानकारी आसान भाषा में समझते हैं।
कब शुरू होगा 8वां वेतन आयोग?
केंद्र सरकार ने जनवरी 2024 में 8वें वेतन आयोग की घोषणा की थी। इसका काम अगले कुछ महीनों में शुरू होगा और 2026 के मध्य तक इसकी सिफारिशें आ सकती हैं। वेतन और पेंशन में बदलाव 1 जनवरी 2026 से लागू होंगे, और अगर देरी हुई तो कर्मचारियों को एरियर्स (बकाया राशि) भी मिलेगा। वित्त मंत्रालय ने आयोग के लिए 35 पदों पर भर्ती शुरू कर दी है, जिससे इसकी तैयारी तेज हो गई है।
बेसिक सैलरी में कितनी बढ़ोतरी?
8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर (वेतन बढ़ाने का गुणक) 2.86 होने की उम्मीद है, जो 7वें वेतन आयोग के 2.57 से ज्यादा है। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 20,000 रुपये है, तो 2.86 फिटमेंट फैक्टर के साथ यह बढ़कर 57,200 रुपये हो जाएगी। यह बढ़ोतरी कर्मचारियों की तनख्वाह को 40-50% तक बढ़ा सकती है। इसके अलावा, मकान किराया भत्ता (HRA) और महंगाई भत्ता (DA) में भी बदलाव होगा।
नए नियमों की मुख्य बातें
नीचे दी गई तालिका में 8वें वेतन आयोग की मुख्य जानकारी देखें:
विवरण | जानकारी |
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लागू होने की तारीख | 1 जनवरी 2026 |
फिटमेंट फैक्टर | 2.28 से 2.86 (अनुमानित) |
न्यूनतम बेसिक सैलरी | 51,480 से 57,200 रुपये (अनुमानित) |
लाभार्थी | 50 लाख कर्मचारी, 65 लाख पेंशनर्स |
DA बढ़ोतरी | जुलाई 2025 में 57% तक होने की उम्मीद |
कर्मचारियों को और क्या फायदा?
8वां वेतन आयोग न केवल बेसिक सैलरी बढ़ाएगा, बल्कि HRA, DA, ट्रैवल भत्ता (TA) और पेंशन में भी बढ़ोतरी करेगा। कर्मचारी संगठनों ने 2.86 या इससे ज्यादा फिटमेंट फैक्टर की मांग की है ताकि महंगाई के हिसाब से वेतन में ठोस बढ़ोतरी हो। साथ ही, सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (CGHS) में भी सुधार की बात चल रही है, जिससे कर्मचारियों को बेहतर मेडिकल सुविधाएं मिलेंगी।
असली बढ़ोतरी कितनी होगी?
7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, लेकिन असल वेतन बढ़ोतरी केवल 14.2% थी क्योंकि बाकी हिस्सा महंगाई भत्ते में चला गया। इस बार कर्मचारी संगठन चाहते हैं कि फिटमेंट फैक्टर ज्यादा हो ताकि वेतन में अच्छी बढ़ोतरी हो। उदाहरण के लिए, अगर न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है, तो 55% DA (27,900 रुपये) जोड़ने पर यह 45,900 रुपये हो जाती है। 8वें वेतन आयोग में 2.86 फिटमेंट फैक्टर के साथ यह 57,200 रुपये तक पहुंच सकती है।
कर्मचारियों में उत्साह
8वां वेतन आयोग कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए बड़ी राहत लेकर आएगा। UBS जैसे फाइनेंशियल विशेषज्ञों का कहना है कि इससे कर्मचारियों की खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी, जिससे बाजार में मांग बढ़ेगी। कर्मचारी संगठन इस बार ज्यादा फिटमेंट फैक्टर की मांग कर रहे हैं ताकि महंगाई का बोझ कम हो। अगर आप केंद्र सरकार के कर्मचारी या पेंशनर हैं, तो यह आपके लिए सुनहरा मौका है। इस आयोग की सिफारिशों का इंतजार करें और अपनी वित्तीय योजना अभी से बनाएं