केंद्र सरकार के 1.2 करोड़ कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए खुशखबरी है! 8वां वेतन आयोग (8th Pay Commission) 16 जनवरी 2025 को मंजूरी के बाद चर्चा में है, और इसके तहत सैलरी व पेंशन में बंपर बढ़ोतरी की उम्मीद है। फिटमेंट फैक्टर और महंगाई भत्ते (DA) के मर्जर पर जोरदार बहस चल रही है, जो सैलरी संशोधन का आधार बनेगा। विशेषज्ञों का अनुमान है कि फिटमेंट फैक्टर 2.28 से 2.86 के बीच हो सकता है, जिससे बेसिक सैलरी में 25-50% की बढ़ोतरी संभव है। आइए जानें, यह आयोग कर्मचारियों को कैसे लाभ पहुंचाएगा और सैलरी गणना का पूरा गणित।
8वां वेतन आयोग: कब से लागू होगा?
केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है, और इसे जनवरी 2026 से लागू करने की योजना है। 7वां वेतन आयोग 31 दिसंबर 2025 को समाप्त होगा, और नया आयोग इसके बाद प्रभावी होगा। सरकार ने आयोग के लिए 42 पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें सलाहकार और अध्यक्ष शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सिफारिशें तैयार होने में 18 महीने लग सकते हैं, लेकिन कर्मचारी 2026 की शुरुआत से ही लाभ की उम्मीद कर रहे हैं।
फिटमेंट फैक्टर: सैलरी बढ़ोतरी का आधार
फिटमेंट फैक्टर एक गुणक है, जो बेसिक सैलरी को नए वेतनमान में समायोजित करता है। 7वें वेतन आयोग में यह 2.57 था, जिसने न्यूनतम सैलरी को 7,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये किया। 8वें आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.86 तक हो सकता है, जिससे न्यूनतम सैलरी 51,480 रुपये तक पहुंच सकती है। उदाहरण के लिए, 20,000 रुपये की बेसिक सैलरी 2.86 फिटमेंट फैक्टर के साथ 57,200 रुपये हो सकती है। हालांकि, यह बढ़ोतरी केवल बेसिक सैलरी पर लागू होती है, न कि कुल वेतन पर।
DA मर्जर: क्या होगा असर?
पिछले वेतन आयोगों में DA को बेसिक सैलरी में मर्ज करने की प्रथा रही है। 7वें आयोग में 125% DA को शामिल कर 2.57 फिटमेंट फैक्टर तय किया गया था। 8वें आयोग में भी DA (वर्तमान में 55%) को बेसिक सैलरी में मर्ज करने की संभावना है, जिससे वास्तविक वेतन वृद्धि 10-30% तक सीमित रह सकती है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने मार्च 2025 में स्पष्ट किया कि 50% DA का मर्जर अंतरिम राहत के रूप में नहीं होगा, लेकिन आयोग की सिफारिशों में इसे शामिल किया जा सकता है।
पेंशन और भत्तों में भी इजाफा
8वां वेतन आयोग न केवल सैलरी, बल्कि पेंशन और भत्तों में भी सुधार लाएगा। न्यूनतम पेंशन 9,000 रुपये से बढ़कर 25,740 रुपये तक हो सकती है, अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 लागू होता है। मकान किराया भत्ता (HRA), यात्रा भत्ता (TA), और परफॉर्मेंस पे में भी संशोधन की उम्मीद है। कर्मचारी संगठन, जैसे नेशनल काउंसिल ऑफ JCM, 3.68 फिटमेंट फैक्टर की मांग कर रहे हैं, जिससे न्यूनतम सैलरी 66,240 रुपये तक हो सकती है।
सैलरी बढ़ोतरी: एक नजर में
मानदंड | विवरण |
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वर्तमान न्यूनतम सैलरी | 18,000 रुपये |
संभावित फिटमेंट फैक्टर | 2.28 से 2.86 |
नई न्यूनतम सैलरी | 41,040 रुपये (2.28) से 51,480 रुपये (2.86) |
DA मर्जर | 55% DA बेसिक सैलरी में शामिल होने की संभावना |
पेंशन वृद्धि | 9,000 रुपये से 25,740 रुपये (2.86 फिटमेंट फैक्टर पर) |