आजकल लोन लेना आम बात हो गई है, लेकिन कई बार पैसे की तंगी के कारण EMI (Equated Monthly Installment) चुकाना मुश्किल हो जाता है। अगर आप भी ऐसी स्थिति में हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ आसान कदम उठाकर आप न सिर्फ अपनी आर्थिक स्थिति को संभाल सकते हैं, बल्कि अपने सिबिल स्कोर को खराब होने से भी बचा सकते हैं। सिबिल स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को दर्शाता है, और यह भविष्य में लोन लेने के लिए बहुत जरूरी होता है। आइए जानते हैं, उन 4 कामों के बारे में जो आपको इस मुश्किल वक्त में मदद कर सकते हैं।
बैंक से बात करें
सबसे पहला और जरूरी कदम है अपने बैंक या लोन देने वाली संस्था से संपर्क करना। अगर आपको लगता है कि आप अगली EMI नहीं चुका पाएंगे, तो तुरंत बैंक को सूचित करें। कई बैंक EMI को कुछ समय के लिए टालने (मोरेटोरियम) या फिर EMI की राशि को कम करने की सुविधा देते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपकी EMI 10,000 रुपये है और आप इसे कम करवाना चाहते हैं, तो बैंक से री-शेड्यूलिंग की बात करें। इससे आपका सिबिल स्कोर खराब होने से बच सकता है। लेकिन ध्यान रहे, इसकी पूरी जानकारी लें, क्योंकि टालने की अवधि में ब्याज बढ़ सकता है।
लोन रिस्ट्रक्चरिंग का विकल्प चुनें
अगर आपकी आर्थिक स्थिति लंबे समय तक ठीक होने की उम्मीद नहीं है, तो लोन रिस्ट्रक्चरिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें आप बैंक से लोन की अवधि बढ़ाने या EMI की राशि कम करने की गुजारिश कर सकते हैं। मान लीजिए, आपने 5 साल के लिए लोन लिया था, तो इसे 7 साल तक बढ़ाने की मांग कर सकते हैं। इससे आपकी EMI कम हो जाएगी और आप इसे आसानी से चुका पाएंगे। इस प्रक्रिया में बैंक आपकी स्थिति का आकलन करेगा, इसलिए समय पर बात करना जरूरी है।
दूसरा लोन लेने से बचें
कई लोग EMI चुकाने के लिए दूसरा लोन लेने की सोचते हैं, लेकिन यह गलत कदम हो सकता है। दूसरा लोन लेने से आपकी आर्थिक स्थिति और खराब हो सकती है, क्योंकि आपको अब दो EMI चुकानी होंगी। इसके बजाय, अपनी खर्चों को कम करने की कोशिश करें। जैसे कि, गैर-जरूरी खर्चों को रोकें, या फिर कुछ समय के लिए छोटे-मोटे काम करके अतिरिक्त कमाई करें। इससे आपका सिबिल स्कोर सुरक्षित रहेगा और आप कर्ज के जाल में नहीं फंसेंगे।
क्रेडिट काउंसलर की मदद लें
अगर आपको लगता है कि आपकी स्थिति बहुत जटिल हो गई है, तो किसी क्रेडिट काउंसलर से सलाह लें। ये विशेषज्ञ आपकी आर्थिक स्थिति को समझकर आपको सही रास्ता दिखा सकते हैं। वे बैंक के साथ बातचीत करने में भी मदद कर सकते हैं। भारत में कई गैर-लाभकारी संगठन और संस्थाएं हैं जो मुफ्त में ऐसी सलाह देती हैं। ये कदम आपके सिबिल स्कोर को बचाने के साथ-साथ आपको मानसिक शांति भी देगा।
EMI टालने की स्थिति में ये जानें
अगर आप EMI टालने या रिस्ट्रक्चरिंग का विकल्प चुनते हैं, तो नीचे दी गई तालिका में कुछ जरूरी बातों को समझें:
विकल्प | लाभ | ध्यान देने वाली बात |
---|---|---|
मोरेटोरियम | EMI कुछ महीनों के लिए टल जाती है | ब्याज बढ़ सकता है, सिबिल पर असर पड़ सकता है |
रिस्ट्रक्चरिंग | EMI कम हो सकती है, अवधि बढ़ती है | प्रोसेसिंग शुल्क देना पड़ सकता है |
क्रेडिट काउंसलिंग | सही सलाह और योजना मिलती है | सही काउंसलर चुनना जरूरी है |
अंतिम सलाह
EMI न चुका पाने की स्थिति में घबराएं नहीं। समय पर कदम उठाकर आप अपने सिबिल स्कोर को खराब होने से बचा सकते हैं। बैंक से खुलकर बात करें, अपनी खर्चों को नियंत्रित करें और जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ की सलाह लें। ये छोटे-छोटे कदम आपको आर्थिक तनाव से बचा सकते हैं और भविष्य में लोन लेने की राह आसान बनाएंगे।