योजना का मकसद और लाभ
बकरी पालन योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार को बढ़ावा देना है। यह कम लागत में अच्छा मुनाफा देने वाला व्यवसाय है। बकरियों का दूध और मांस बाजार में हमेशा मांग में रहता है। सरकार लोन और सब्सिडी दे रही है ताकि लोग आसानी से व्यवसाय शुरू कर सकें। बिना गारंटी के लोन छोटे किसानों और बेरोजगार युवाओं के लिए फायदेमंद है।
लोन और सब्सिडी की जानकारी
- लोन राशि: ₹4 लाख से ₹10 लाख
- सब्सिडी: 50% से 90% (राज्य के अनुसार)
- ब्याज दर: कम ब्याज दर
- भुगतान अवधि: 3 से 7 साल
- लोन का उपयोग: बकरी खरीद, शेड निर्माण, चारा खरीद
पात्रता और जरूरी दस्तावेज
- उम्र: 18 से 65 साल
- अनुभव: बकरी पालन का थोड़ा अनुभव
- जमीन: कुछ राज्यों में 0.25 एकड़ जमीन
- दस्तावेज: आधार कार्ड, निवास प्रमाण, आय प्रमाण, बैंक विवरण, व्यवसाय योजना (यदि जरूरी)
आवेदन प्रक्रिया
- नजदीकी बैंक या पशुपालन विभाग जाएं।
- आवेदन फॉर्म लें और भरें।
- जरूरी दस्तावेज जमा करें।
- ऑनलाइन आवेदन के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- दस्तावेजों की जांच के बाद लोन स्वीकृत होगा।
बकरी पालन के फायदे
- कम निवेश, जल्दी मुनाफा
- दूध और मांस की उच्च मांग
- सरकारी ट्रेनिंग और तकनीकी सहायता
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती