पैन कार्ड धारकों के लिए जरूरी खबर! 2025 में लागू हुए ये 7 नए नियम, तुरंत जानें

Spread the love

पैन कार्ड (Permanent Account Number) भारत में हर वित्तीय लेनदेन के लिए जरूरी दस्तावेज है। 2025 में सरकार ने पैन कार्ड से जुड़े कई नए नियम लागू किए हैं, जिनका असर हर पैन कार्ड धारक पर पड़ेगा। इन नियमों में आधार लिंकिंग से लेकर डिजिटल पैन 2.0 तक शामिल हैं। अगर आप भी पैन कार्ड धारक हैं, तो इन बदलावों को जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि ये नए नियम क्या हैं और इनका आप पर क्या असर होगा।

पैन कार्ड 2.0: नया डिजिटल बदलाव

सरकार ने पैन 2.0 प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसके तहत नए पैन कार्ड में QR कोड होगा। यह QR कोड स्कैन करके पैन की जानकारी तुरंत चेक की जा सकती है। पुराने पैन कार्ड वाले लोगों को नया कार्ड लेने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर आप चाहें तो मुफ्त में अपग्रेड कर सकते हैं। यह सुविधा पूरी तरह डिजिटल और पेपरलेस है, जिससे KYC प्रक्रिया आसान होगी। 780 मिलियन पैन धारकों के लिए यह एक बड़ा कदम है।

आधार लिंकिंग अब अनिवार्य

पैन कार्ड को आधार से जोड़ना अब पूरी तरह अनिवार्य है। अगर आपने 31 दिसंबर 2025 तक पैन को आधार से लिंक नहीं किया, तो आपका पैन निष्क्रिय हो सकता है। निष्क्रिय पैन से आप न तो इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल कर पाएंगे और न ही बड़े वित्तीय लेनदेन कर पाएंगे। जिन लोगों ने आधार एनरोलमेंट ID से पैन बनवाया था, उन्हें भी अपना आधार नंबर अपडेट करना होगा। ऐसा न करने पर 1000 रुपये का जुर्माना लग सकता है।

नियमविवरणअंतिम तारीख
आधार-पैन लिंकिंगआधार नंबर अनिवार्य31 दिसंबर 2025
पैन 2.0 अपग्रेडQR कोड वाला नया पैन, मुफ्तकोई समय सीमा नहीं
डुप्लिकेट पैनएक से ज्यादा पैन पर 10,000 जुर्मानातुरंत लागू

डुप्लिकेट पैन पर सख्ती

अगर आपके पास एक से ज्यादा पैन कार्ड हैं, तो तुरंत उसे सरेंडर करें। नए नियमों के तहत एक व्यक्ति के पास केवल एक पैन कार्ड हो सकता है। अगर जांच में डुप्लिकेट पैन पाया गया, तो 10,000 रुपये का जुर्माना लग सकता है। पैन 2.0 सिस्टम में डुप्लिकेट पैन को आसानी से पकड़ने की तकनीक है, इसलिए जल्द से जल्द अपने अतिरिक्त पैन को सरेंडर करें।

बड़े लेनदेन में पैन जरूरी

  • 2.5 लाख रुपये से ज्यादा के लेनदेन में पैन नंबर देना अनिवार्य है।
  • 10 लाख रुपये से ज्यादा की नकद जमा या सावधि जमा (FD) में पैन जरूरी।
  • 30 लाख रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी खरीद-बिक्री में पैन अनिवार्य।
  • क्रेडिट कार्ड से 1 लाख रुपये नकद या 10 लाख रुपये अन्य तरीकों से भुगतान में पैन जरूरी।
    इन नियमों का पालन न करने पर टैक्स में दोगुनी कटौती (TDS) हो सकती है।

सिंगल मदर और थर्ड जेंडर के लिए राहत

नए नियमों में सिंगल मदर अपने बच्चे के पैन कार्ड में पिता का नाम हटाकर केवल माता का नाम दर्ज करवा सकती हैं। साथ ही, पैन आवेदन फॉर्म में अब थर्ड जेंडर का विकल्प भी जोड़ा गया है। यह कदम सामाजिक समावेश को बढ़ावा देता है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार है।

पैन कार्ड कैसे अपडेट करें?

पैन कार्ड की जानकारी जैसे नाम, पता या जन्मतिथि बदलने के लिए अब ऑनलाइन प्रक्रिया और आसान हो गई है। आप NSDL या UTIITSL की वेबसाइट पर जाकर “Changes or Correction in PAN Data” फॉर्म भर सकते हैं। इसके लिए:

  • वेबसाइट पर फॉर्म 49A (भारतीय) या 49AA (विदेशी) चुनें।
  • आधार नंबर, नाम और संपर्क जानकारी भरें।
  • जरूरी दस्तावेज अपलोड करें और 50 रुपये (भारत में) या 959 रुपये (विदेश में) शुल्क दें।
    पैन 2.0 पोर्टल पर यह प्रक्रिया मुफ्त है।

क्यों जरूरी हैं ये बदलाव?

ये नए नियम वित्तीय पारदर्शिता बढ़ाने और टैक्स चोरी रोकने के लिए लाए गए हैं। पैन 2.0 के जरिए सरकार डिजिटल इंडिया को बढ़ावा दे रही है। अगर आप इन नियमों का पालन नहीं करते, तो बैंकिंग, प्रॉपर्टी खरीद या ITR फाइल करने में दिक्कत हो सकती है। इसलिए, जल्द से जल्द अपने पैन को आधार से लिंक करें और जरूरी अपडेट्स कर लें। ज्यादा जानकारी के लिए इनकम टैक्स की वेबसाइट (incometax.gov.in) पर जाएं।

Leave a Comment