20वीं किस्त की संभावित तारीख
पीएम-किसान योजना के तहत हर साल तीन किस्तें अप्रैल-जुलाई, अगस्त-नवंबर और दिसंबर-मार्च में जारी की जाती हैं। 19वीं किस्त फरवरी 2025 में आई थी, इसलिए 20वीं किस्त जून 2025 में आने की संभावना है। हालांकि, सरकार ने अभी तक आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं की है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर तारीख की पुष्टि करें। यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए सीधे बैंक खाते में पहुंचेगी।
कौन ले सकता है फायदा?
पीएम-किसान योजना का लाभ उन किसानों को मिलता है, जिनके नाम पर खेती की जमीन है। यह योजना छोटे और मझोले किसानों के लिए है, जो अपनी खेती और घरेलू जरूरतों के लिए आर्थिक मदद चाहते हैं। कुछ लोग इस योजना के लिए योग्य नहीं हैं, जैसे:
- जिनकी मासिक पेंशन 10,000 रुपये से ज्यादा है।
- आयकर देने वाले लोग।
- सरकारी कर्मचारी (ग्रुप डी कर्मचारियों को छोड़कर)।
- डॉक्टर, वकील या इंजीनियर जैसे पेशेवर लोग।
किसानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक हो और ई-केवाईसी पूरी हो।
विशेषता | विवरण |
---|---|
किस्त की राशि | 2000 रुपये |
वार्षिक सहायता | 6000 रुपये (3 किस्तों में) |
20वीं किस्त की तारीख | जून 2025 (संभावित) |
भुगतान का तरीका | डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) |
जरूरी दस्तावेज | आधार कार्ड, बैंक खाता, जमीन के कागज |
ई-केवाईसी है जरूरी
20वीं किस्त पाने के लिए किसानों को ई-केवाईसी करना अनिवार्य है। बिना इसके पैसे खाते में नहीं आएंगे। ई-केवाईसी तीन तरीकों से हो सकती है:
- पीएम-किसान पोर्टल पर ओटीपी के जरिए।
- नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर बायोमेट्रिक के जरिए।
- पीएम-किसान मोबाइल ऐप पर चेहरा स्कैन करके।
लाभार्थी सूची और स्टेटस कैसे चेक करें?
किसान अपनी स्थिति और लाभार्थी सूची चेक करने के लिए इन आसान चरणों का पालन कर सकते हैं:
- पीएम-किसान की वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं।
- ‘फार्मर्स कॉर्नर’ में ‘नो योर स्टेटस’ पर क्लिक करें।
- आधार नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर या मोबाइल नंबर डालें।
- ओटीपी डालकर स्टेटस देखें।
लाभार्थी सूची देखने के लिए ‘बेनिफिशियरी लिस्ट’ टैब पर क्लिक करें और अपना राज्य, जिला, तहसील और गांव चुनें।
योजना का महत्व
पीएम-किसान योजना ने 2019 से अब तक 9.8 करोड़ से ज्यादा किसानों को 3.68 लाख करोड़ रुपये से अधिक की मदद दी है। यह योजना किसानों को बीज, खाद और अन्य खेती के सामान खरीदने में मदद करती है। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है, बल्कि खेती की पैदावार भी बढ़ती है। 20वीं किस्त का इंतजार कर रहे किसानों को सलाह है कि वे अपने दस्तावेज और ई-केवाईसी अपडेट रखें ताकि पैसे समय पर मिलें।