देश में हाईवे और एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है! भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने टोल टैक्स के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। 2025 से टोल टैक्स की वसूली अब नए तरीके से होगी, जिसमें GPS सिस्टम का इस्तेमाल होगा। इस नए सिस्टम से टोल प्लाजा पर लंबी लाइन और बार-बार टोल देने की परेशानी खत्म हो जाएगी। आइए, इन नए नियमों को आसान भाषा में समझते हैं।
GPS से बदलेगा टोल सिस्टम
2025 से देश के सभी हाईवे पर टोल प्लाजा की जगह GPS आधारित टोल सिस्टम लागू होगा। अब वाहनों में GPS मशीन लगाई जाएगी, जो यह ट्रैक करेगी कि आपने कितने किलोमीटर हाईवे का इस्तेमाल किया। उसी के हिसाब से टोल टैक्स आपके फास्टैग या बैंक खाते से ऑटोमैटिक कटेगा। इसका मतलब है कि अगर आप 20 किलोमीटर से कम दूरी तय करते हैं, तो आपको टोल नहीं देना होगा। यह सिस्टम अप्रैल-मई 2025 से पूरे देश में लागू होने की उम्मीद है।
टोल प्लाजा पर जाम से छुटकारा
नए नियमों के तहत टोल प्लाजा पर 100 मीटर से ज्यादा लंबी लाइन नहीं होनी चाहिए। अगर आपकी गाड़ी 100 मीटर से ज्यादा दूर कतार में है, तो आपको टोल टैक्स नहीं देना होगा। इसके अलावा, अगर टोल बूथ पर 10 सेकंड से ज्यादा इंतजार करना पड़ता है, तो भी आप बिना टोल दिए निकल सकते हैं। हर टोल प्लाजा पर 100 मीटर की दूरी दिखाने के लिए पीली लाइन बनाई गई है। अगर नियमों का पालन नहीं होता, तो आप NHAI की हेल्पलाइन 1033 पर शिकायत कर सकते हैं।
इन वाहनों को टोल में छूट
कुछ खास वाहनों को टोल टैक्स से पूरी तरह छूट है। इसमें शामिल हैं:
- आपातकालीन वाहन जैसे एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस की गाड़ियां।
- सेना, नौसेना और वायुसेना के वाहन।
- राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गवर्नर और हाई कोर्ट जज जैसे वीआईपी की गाड़ियां।
- दोपहिया वाहन और राज्य सरकार की पब्लिक ट्रांसपोर्ट बसें।
अगर आप इन श्रेणियों में आते हैं, तो टोल प्लाजा पर अपना पहचान पत्र दिखाकर मुफ्त में निकल सकते हैं।
नए नियमों की मुख्य बातें
नीचे दी गई तालिका में टोल टैक्स के नए नियमों की जानकारी देखें:
विवरण | जानकारी |
---|---|
नया सिस्टम | GPS आधारित टोल वसूली |
लागू होने की तारीख | अप्रैल-मई 2025 |
टोल छूट की दूरी | 20 किमी से कम दूरी पर कोई टोल नहीं |
हेल्पलाइन नंबर | 1033 |
छूट वाले वाहन | एम्बुल Ascending, दोपहिया, VIP गाड़ियां |
सस्ता और पारदर्शी होगा टोल
नया GPS सिस्टम टोल वसूली को और सस्ता व पारदर्शी बनाएगा। पहले लोग कम दूरी के लिए भी पूरा टोल देते थे, जैसे 5-10 किमी के लिए भी। अब GPS से सिर्फ उतने किलोमीटर का टोल कटेगा, जितना आपने हाईवे पर सफर किया। इससे छोटी दूरी का सफर करने वालों को फायदा होगा। साथ ही, टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं होगी, जिससे समय बचेगा और जाम की समस्या खत्म होगी।
क्या है स्थानीय लोगों के लिए राहत?
अगर आपका घर टोल प्लाजा के 20 किमी के दायरे में है, तो आप मासिक पास बनवाकर टोल टैक्स से बच सकते हैं। इस पास की कीमत 150-300 रुपये है, जो दूरी पर निर्भर करती है। इसके लिए आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड या वोटर आईडी जैसे दस्तावेज दिखाने होंगे। यह सुविधा खासकर स्थानीय लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है।